Gratuity New Rules: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, अब 1 साल की नौकरी पर भी मिलेगी ग्रेच्युटी

नई दिल्ली, Gratuity New Rules | केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है. दरअसल, केंद्र सरकार जल्द ही देश में श्रम सुधारों के लिए 4 नए लेबर कोड (New Labour Codes 2022) लागू करने वाली है. इसके साथ ही सरकार नए लेबर कोड में कुछ बदलाव करने जा रही है. ऐसे में इसका फायदा केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगा. नए लेबर कोड में बदलाव होने से कर्मचारियों के खाते में अच्छी रकम आएगी. श्रम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने लोकसभा में इस बात की लिखित रूप से जानकारी दी. कई राज्यों ने अलग-अलग कोड्स पर अपनी सहमति दी है. वही अब इसके बाद बहुत जल्द केंद्र सरकार इसे लागू कर सकती है.

Salary Rupee

नए लेबर कोड में हुए ये बदलाव

नए लेबर कोड में कर्मचारियों को मिलने वाली ग्रेच्‍युटी (Gratuity) समेत अन्य बदलाव होंगे. नए नियमों के तहत ग्रेच्‍युटी के लिए नौकरी की बाध्‍यता को 5 साल से घटाकर 1 साल कर दिया जाएगा. यानि अब 1 साल की नौकरी करने पर भी आपको ग्रेच्युटी की रकम दी जाएगी. अब आपको किसी संस्थान में ग्रेच्युटी के लिए 5 साल नौकरी के लिए बाध्य नहीं होना पड़ेगा.

इसके अलावा नए लेबर कोड के लागू होने से कर्मचारियों की सैलरी, छुट्टी, प्रोविडेंट फंड और ग्रेच्युटी (Gratuity) में भी बदलाव आएगा. इसके तहत काम करने के घंटे और हफ्ते में काम करने के दिनों में भी बदलाव संभव है. हालांकि अभी सरकार की ओर से इन सब बातों का कोई ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन नए लेबर कोड के लागू होने पर ये नियम भी लागू कर दिए जायेंगे.

वर्तमान में कितनी मिलती है ग्रेच्‍युटी

ग्रेच्‍युटी नियम के तहत यदि आप अभी किसी कंपनी में कार्य कर रहे है तो आपको वहां ग्रेच्‍युटी के नियमानुसार 5 साल पूरे होने पर ही ग्रेच्‍युटी दी जाएगी, लेकिन नए लेबर कोड (New Labour Codes) के आ जाने से अब ऐसा नहीं होगा. ग्रेच्‍युटी आपको 1 साल की नौकरी पर भी दी जाएगी. वर्तमान में ग्रेच्‍युटी की गणना उस महीने के वेतन के आधार पर की जाती है. जिस महीने आप 5 साल पूरा होने के बाद जिस दिन कंपनी छोड़ते हैं उस महीने में आपकी जितनी सैलरी होगी उसके आधार पर ग्रेच्युटी का कैलकुलेशन किया जाता है.

जैसे यदि कोई कर्मचारी किसी कंपनी में 10 साल कार्य करता है और आखिरी के महीने में उसके अकाउंट में 50 हजार रूपये आते है. तो यदि अब मान लो उस समय उस कर्मचारी की बेसिक सैलरी 20 हजार रूपये, डियरनेस अलाउंस 6 हजार रुपये है. तो उसकी ग्रेच्‍युटी बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस के आधार पर केलकुलेट की जाएगी. ग्रैच्युटी में वर्किंग डे 26 माने जाते हैं, उसके अनुसार कैलकुलेशन होती है.

26,000 / 26 यानी एक दिन का 1000 रुपये

15*1,000 = 15000

अब अगर कर्मचारी ने 15 साल काम किया है तो उसे कुल 15*15,000 = 75000 रुपए ग्रेच्युटी के रूप में मिलेंगे.

क्या होती है ग्रेच्‍युटी

आपको बता दें ग्रेच्‍युटी एक तरह का कंपनी की ओर से अपने कर्मचारी को दिया जाने वाला इनाम है. यदि कोई कर्मचारी अपनी कंपनी में काम की शर्तो को पूरा करता है तो फिक्स फॉर्मूले के अनुसार गारंटी से ग्रेच्‍युटी दी जाती है. कर्मचारी के वेतन से ही एक छोटा हिस्सा ग्रेच्‍युटी के लिए काट लिया जाता है और इसके बदले बड़ा भुगतान किया जाता है.

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