नई दिल्ली | पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. लेकिन इनकी महंगी कीमत के कारण लोग चाह कर भी इन्हें खरीद नहीं पा रहे हैं. लेकिन सरकार की योजना है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की कीमत पेट्रोल कारों के बराबर हो. आपको बता दें कि अभी डीजल और सीएनजी कारें भी पेट्रोल कारों से महंगी होती हैं.
इलेक्ट्रिक बसें चलाने की विस्तृत योजना
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा. यह एक साल में हकीकत में बदलने जा रहा है. कार्यक्रम में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार के पास देशभर में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की विस्तृत योजना है इस पर तेजी से काम किया जा रहा है. आपको बता दें कि इलेक्ट्रिक कारों की कीमत पेट्रोल कारों के मुकाबले काफी ज्यादा होती है. उनके इस बयान के बाद कार लेने का प्लान कर रहे लोग काफी खुश हैं.
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का भविष्य
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत में आने वाला समय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का है. गडकरी ने आशा व्यक्त की कि विद्युत ईंधन जल्द ही एक वास्तविकता बन जाएगा. आपको बता दें कि इलेक्ट्रिक वाहनों की हर कैटेगरी में वाहनों की बिक्री में 800 फीसदी तक का उछाल देखा गया है. गडकरी के मुताबिक, साल 2022 में अब तक देश में 17 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. उन्होंने कहा कि देश में हाइड्रोजन कारों पर काम तेजी से चल रहा है. भविष्य में ऐसे वाहन सड़कों पर दौड़ते नजर आएंगे.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर से पुणे जाने वाले लोगों के लिए ऐलान किया था. गडकरी ने कहा कि नागपुर से पुणे जाने वाले लोगों के लिए यात्रा का समय घटाकर आठ घंटे कर दिया जाएगा. अभी इस यात्रा को तय करने में 14 घंटे तक का समय लगता है. गडकरी ने कहा कि नागपुर-मुंबई समृद्धि राजमार्ग को नए प्रस्तावित पुणे-छत्रपति संभाजीनगर एक्सिस कंट्रोल ग्रीन एक्सप्रेसवे से छत्रपति शंबाजीनगर के पास जोड़ा जाएगा ताकि यात्रा का समय कम किया जा सके.
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