नई दिल्ली | देशभर में रेलवे से यात्रा करने वाले लोगों के लिए बुरी खबर है. भारतीय रेलवे ने 130 ट्रेनों (train) को सुपरफास्ट (superfast) बनाकर इसका किराया बढ़ा दिया है. जिससे हर दिन यात्रा करने वाले लोगों को अब जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी देश भर की 130 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा देकर सभी श्रेणियों का किराया बढ़ाया है.
56 km की रफ्तार से ज्यादा चलने वाली ट्रेन सभी सुपरफास्ट होंगी
हालांकि इन सभी ट्रेनों में खाने पीने यात्री और सुरक्षा अथवा सुविधाओं में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई है. बिना कुछ पैसा खर्च किए बगैर रेलवे ने सभी श्रेणियों में किराए में बढ़ोतरी की है.रेल नियमों के मुताबिक 56 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर चलने वाली ट्रेनों को टाइम टेबल में सुपरफास्ट का दर्जा दे दिया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय रेल (train) 45 साल से ट्रेनों की औसत रफ्तार बढ़ाने में नाकाम रही है.(यानी की नही पढ़ा पाए रफ्तार) इसमें 4 दशक से मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत 50 से 58 प्रतिघंटा किलोमीटर है. जबकि रेलवे की प्रीमियम राजधानी शताब्दी ट्रैनों आदि की औसत रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर घंटा है. किसी भी दिन ट्रेन अपने निर्धारित टाइम पर नहीं पहुंच पाती 7:30 की ट्रेन ने 15 से 20 मिनट की देरी से पहुंचती है.
नया किराया इतना महंगा
- ट्रेनों के Ac एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 75 रूपए प्रति यात्री.
- Ac 2,3 चेयरकार मैं 45 रूपए में स्लीपर श्रेणी में 30 रूपए प्रति यात्री किराया बढ़ा दिया गया है.
- इस प्रकार यात्रियों को एक पीएनआर की बुकिंग में ऐसी 1 में 450 रूपए देने होंगे.
- Ac 2,3 में 270 और स्लीपर में 100 से 80 रूपए यात्रियों को अतिरिक्त भूगतान करना पड़ेगा.
- यह व्यवस्था 1 अक्टूबर (October) से लागू कर दी गई है.