सफीदों | उपमंडल के रिटौली गांव की चौपाल में बीते दिन यानी वीरवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की तरफ से “मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल” पर फसल का पंजीकरण करवाने के लिए जागरुकता कैंप का आयोजन किया गया था. यहां पर हम आपको खास तौर पर बता दें कि इस कैंप की अध्यक्षता एसडीएम मनदीप कुमार द्वारा की गई है. ऐसे में एसडीएम मनदीप कुमार ने इस मामले पर विस्तार पूर्वक संवाददाताओं से बातचीत करते समय कहा है कि किसानों को अपनी गेहूं व सरसों की बिक्री ज्यादा से ज्यादा समर्थन मूल्य पर करने में कोई दिक्कत न आए, यही मुख्य कारण है कि सरकार की ओर से पोर्टल के माध्यम से फसलों का ब्यौरा दर्ज किया जा रहा है.
“मेरा फसल मेरा ब्यौरा” सही जानकारी करवाए दर्ज
इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि पंजीकरण करवाते समय किसान अपने खेत का किला व मुरब्बा नंबर सही- सही दर्ज करवाएं. अगर ऐसे में उनका किला नंबर किसी दूसरे किसान के खाते में चढ़ जाता है, तो फ़िर प्रभावित किसान अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है. साथ ही साथ हम आपको जानकारी दे दें कि शिकायत दर्ज करवाने के बाद राजस्व विभाग में कृषि विभाग के सत्यापन के बाद ठीक कर दिया जाएगा.
किसान खुद भी कर सकता है पंजीकरण
खास तौर पर हम आपको बता दें कि किसान अपने गांव के अटल सेवा केंद्र पर पंजीकरण करवा सकता है और खुद भी अपने मोबाइल फोन की सहायता से पंजीकरण आसानी से कर सकता है. अगर किसी भी स्थिति में किसान को पंजीकरण करने में किसी समस्या का सामना करना पड़ता है तो, वह अपने कृषि विकास अधिकारी या मार्केट कमेटी कार्यालय में संपर्क कर सकता है.
जाने “मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल” के लिए क्या है जरूरी दस्तावेज
उपमंडल कृषि अधिकारी डा. सत्यवान आर्य ने किसानों को इस मामले में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि वह पंजीकरण के समय अपने परिवार का पहचान पत्र, जमीन की फर्द, आधार कार्ड व अपने बैंक खाता नंबर की कॉपी साथ ले जाएं जिससे, पंजीकरण में किसी भी तरह की गलती न हो. साथ ही साथ किसान 7 मार्च से पहले अपनी फसलों का पंजीकरण करवा लें. इस अहम मौके पर उपमंडल कृषि अधिकारी डा. सत्यवान आर्य व डा. सुभाष चंद्र भी मौजूद थे.
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