हरियाणा: पंचायत चुनाव दो चरणों में कराने की तैयारी, बीसी-ए श्रेणी को बिना आरक्षण देने होंगे चुनाव

चंडीगढ़ | हरियाणा में पंचायत चुनावों का समय करीब आ रहा है. ऐसे में इसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है. इसी बीच पंचायत चुनावों को दो चरणों में कराने को लेकर संशय की स्थिति चल रही है. जिसपर आखिरी फैसला 22 जुलाई के बाद आएगा. जिसमे पहले चरण में सरपंच और पंच के लिए जबकि दूसरे चरण में जिला परिषद और बीडीसी सदस्यों के लिए मतदान होगा. राज्य चुनाव आयोग पंचायत चुनावों के लिए पूरे प्रदेश से डाटा जुटाने में लगा है.

Panchayat Election Voting

बता दें पंचायत चुनाव प्रदेश का सबसे बड़ा चुनाव होता है. ऐसे में इसको लेकर तैयारियां काफी तेजी से चल रही है. चुनावों को शांति से संपन्न कराने के चलते हजारों कर्मियों की तैनाती की गई है. वही इन चुनावों में महिलाओं और एससी उमीदवारों के लिए आरक्षण रहेगा. जबकि बीसी-ए श्रेणी को बिना आरक्षण दिए चुनाव देने होंगे. वही चुनावों को अगर दो चरणों में कराने पर फैसला हुआ तो पहले चरण का चुनाव अगस्त-सितंबर और दूसरे चरण का चुनाव नवंबर-दिसंबर में हो सकता है.

महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण

पंचायत चुनावो में इस बार महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गई है. महिलाओ के लिए सम नंबर 2-4-6 के हिसाब से वार्ड आरक्षित होंगे, जबकि पुरुषों के लिए विषम नंबर 1-3-5 के तहत वार्ड आरक्षित होंगे. मालूम हो पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए 6228 ग्राम पंचायत है. वही कुरुक्षेत्र के पिपली में एक पंचायत को नगरपालिका में शामिल किया गया है, यह पंचायत खत्म की जाएगी। अभी 6225 ग्राम पंचायत हैं, जिनमें से एक पंचायत खत्म होगी और चार नई बनेंगी जिससे कुल संख्या बढ़कर 6228 हो जाएगी.

बता दें पंचायत चुनावों में 77 हजार से भी ज्यादा ईवीएम (EVM) इस्तेमाल किये जा सकते है. जिसमे गुजरात से 20 हजार, उत्तर प्रदेश से 5 हजार, और हिमाचल प्रदेश से 496 ईवीएम आएंगे. हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने 52083 ईवीएम भारतीय चुनाव आयोग से ली है. जबकि 5 हजार ईवीएम हरियाणा की स्वयं की है.

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